हड्डियों में दर्द का देसी इलाज हड़जोड़ पौधा
हड़जोड़ या अस्थि संहार एक वनस्पति है जो अफ्रीका और एशिया का मूल निवासी है। यह एक बारहमासी आरोही पर्ण पाती लता है ।यह लगभग 8 मी तक लम्बी होती है। इसके तनें देखने में चतुष्कोणीय तथा अस्थि की श्रृंखला जैसी प्रतीत होते है ।इसकी पत्तियों पर विकसित होने वाले छोटे फूल होते हैं जो हरे -पीले रंग के होते हैं। इसके फल ((berries) छोटे तथा जामुनी रंग के होते हैं। यह एक शुष्क माहौल में अच्छी तरह से विकसित होता है और कठिन संकटीय क्षेत्रों में भी बढ़ता है।
अस्थिसंहार का वानस्पतिक नाम Cissus quadrangularis Linn. (सीस्सुस क्वॉड्रंगुलारिस्)है।हड़जोड़/अस्थिजोड़ Vitaceae (वाइटेसी) कुल (अंगूर कुल ) का सदस्य है ।इसे अनेकों नामों से जाना जाता है।अंग्रेजी में इसे बोनसेटर नाम से जाना जाता है। संस्कृत में इसे अस्थि संहार कहा गया है है जबकि हिन्दी भाषी क्षेत्रों में इसे हड़-जोड अथवा अस्थि जोड़ कहते हैं।अस्थि जोड़ अथवा हड्डी जोड़ या हड़जोड़ नाम से स्पष्ट है कि यह वनस्पति हड्डी से संबंधित है ।आयुर्वेद में औषधि के रुप में सबसे ज्यादा प्रयोग हड्डियों को जोड़ने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।आयुर्वेद में और स्थानीय लोगों में भी अस्थिजोड़ चूर्ण का प्रयोग टूटी हुई हड्डियों को जोड़ने के लिए किया जाता रहा है। हड़जोड़ या अस्थि संहार का प्रयोग पारंपरिक चिकित्सा में कई स्वास्थ्य समस्याओं के उपचार के लिए किया जाता है। इसे हड्डी टूटने, जोड़ों और मांसपेशियों के दर्द, और पाचन संबंधी विकारों के इलाज के लिए उपयोगी माना जाता है। इसके विशेष गुणों में इंटी-इंफ्लामेटरी (प्रोटेक्टिव तंत्रों को स्थायी करने में सहायता करने वाला), एनाल्जेसिक (दर्द को कम करने वाला) और एंटीऑक्सीडेंट (कोशिकाओं को हानिकारक मुक्त करने वाला) होते हैं। कुछ अध्ययनों ने सुझाव दिया है कि Cissus quadrangularis हड्डी के फ्रैक्चर के उपचार में मदद कर सकता है, क्योंकि यह हड्डी में खनिजकरण को बढ़ावा देता है और कोलेजन का उत्पादन बढ़ाता है, जो हड्डी के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। कुछ शोधों ने इसे वजन कम करने में मददगार माना है क्योंकि यह भूख कम कर सकता है, संतृप्ति बढ़ा सकता है और वसा के इकट्ठा होने को रोक सकता है। है। इसके अलावा, यह जोड़ों के स्वास्थ्य को ठीक करने में सक्षम है।व्यायाम के कारण होने वाले दर्द और सूजन को कम करने के लिए भी इसे लाभदायक पाया गया है। इसके अतिरिक्त आयुर्वेद में हड़जोड़ को गठिया, बवासीर इत्यादि रोगों के उपचार में उपयोगी माना गया है। हड़जोड़ के तने /जड़ को रस, चूर्ण अथवा पेस्ट के रूप में प्रयोग किया जाता है। यह बाजार में कई प्रकार में उपलब्ध है जिसका प्रयोग चिकित्सक के सलाह पर करना चाहिए।
Cissus quadrangularis /हड़जोड़ औषधीय गुणों से सम्पन्न वनस्पति है, लेकिन इसके प्रभाव को पूरी तरह समझने और विभिन्न उपयोगों में इसकी प्रभावशीलता और सुरक्षा को निर्धारित करने के लिए अधिक अध्ययन की आवश्यकता है। किसी भी जड़ी-बूटी के सप्लीमेंट का उपयोग करने से पहले, खासकर यदि आपके पास कोई अन्य मेडिकल स्थिति है या आप कोई दवा ले रहे हैं, आपको स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर से परामर्श करना चाहिए।
Cissus quadrangularis /हड़जोड़ औषधीय गुणों से सम्पन्न वनस्पति है, लेकिन इसके प्रभाव को पूरी तरह समझने और विभिन्न उपयोगों में इसकी प्रभावशीलता और सुरक्षा को निर्धारित करने के लिए अधिक अध्ययन की आवश्यकता है। किसी भी जड़ी-बूटी के सप्लीमेंट का उपयोग करने से पहले, खासकर यदि आपके पास कोई अन्य मेडिकल स्थिति है या आप कोई दवा ले रहे हैं, आपको स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर से परामर्श करना चाहिए।
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